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Tuesday, 19 February 2019

अगर आपके पास भी है इस तरह का डेबिट/ क्रेडिट कार्ड तो हो जाएं सावधान बिना पिन डाले भी किया जा सकता है ट्रांजैक्शन

नमस्कार दोस्तों आशा करता हूं आप सब ठीक होंगे आज हम बात करते हैं कॉन्टैक्टलेस कार्ड या वाईफाई कार्ड की दोस्तों कॉन्टैक्टलेस कार्ड एनएफसी यानी कि नियर फील्ड कम्युनिकेशन पर आधारित होता है !
आखिर कैसे वर्क करता है कांटेक्ट लेंस कार्ड- कांटेक्ट लेंस कार्ड से ट्रांजैक्शन करने के लिए इसे पीओएस मशीन में स्वाइप या डिप करने की आवश्यकता नहीं होती कार्ड को पीओएस टर्मिनल के सामने हल्का सा टच करना होता है या इसके सामने हिलाना होता है असल में कांटेक्ट लेंस कार्ड एनएफसी टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है जिससे पेमेंट डिवाइस नजदीकी दायरे में रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन के कांटेक्ट में आ जाते हैं यह ब्लूटूथ या वाईफाई के जैसा ही कार्य करता है कम से कम 4 सेंटीमीटर के दायरे में एनएफसी आधारित चीजों के बीच कम्युनिकेशन होने लगता है !

कैसे पहचाने कॉन्टैक्टलेस या वाईफाई कार्ड को-जिस तरह आप नीचे इमेज के दाएं तरफ देख पा रहे होंगे कार्ड पर वाईफाई का साइन बना हुआ है जिस भी कार्ड पर यह वाईफाई का निशान होगा वह कॉन्टैक्टलेस कार्ड या वाईफाई कार्ड होगा
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह इसकी भी अच्छाइयां और बुराइयां हैं इस कार्ड की अच्छी बात यह है की ट्रांजैक्शन करने के लिए आपको कार्ड किसी के हाथ में देने की आवश्यकता नहीं है आप चाहे तो अपने पर्स के अंदर ही रख कर अपने पर्स को POS मशीन से टच करके ही पेमेंट  कर सकते हैं


क्या वाकई सेफ है कॉन्टैक्ट लेस कार्ड-
कुछ देशों में एनएफसी टेक्नोलॉजी पर आधारित कांटेक्ट लेस कार्ड चलन में है लेकिन यहां फ्री मोबाइल एप के जरिए हैकिंग और एनएफसी डाटा चोरी के मामले सामने आए हैं कहने का मतलब है एनएफसी टेक्नोलॉजी अभेद नहीं है हैकर इसमें भी सेंधमारी कर सकते हैं कुछ कार्ड होल्डर के सामने मौजूद होकर फोन के जरिए उनकी सूचनाएं चुरा चुके हैं
जानकार क्या कहते हैं-
कार्ड इशू करने वाली कंपनियों तथा बैंकों का का कहना है अगर इन कार्डों के डाटा चुरा भी लिए गए तो इनका प्रयोग धोखाधड़ी में नहीं हो सकता क्योंकि इनमें कई सिक्योरिटी लेयर होते हैं कार्ड के डाटा चुराई नहीं जा सकती हालांकि फॉरेंसिक एक्सपर्ट कहते हैं यह दावा पुख्ता नहीं है इंटरनेट से फ्री में स्कीमिंग ऐप डाउनलोड करके इनकी डाटा चुराए जा सकते हैं
कैसे रखें अपने कार्ड को ज्यादा सेफ-
कार्ड इशू करने वाली कंपनियां तथा बैंक कार्ड होल्डर के लिए जीरो लायबिलिटी पॉलिसी ला रही हैं जिसमें कार्ड होल्डर किसी भी गैर अधिकृत ट्रांजैक्शन के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे कुछ बैंक ₹100000 एक लाख तक रिस्क कवर कर रहे हैं एक्सपर्ट कॉन्टैक्टलेस कार्ड को ज्यादा सुरक्षित रखने के लिए इसे एल्युमीनियम फाइल स्टील केस में रखने की सलाह देते हैं

क्या सचमुच बिना पिन डालें ट्रांजैक्शन किया जा सकता है-
जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने जब भी आप ₹2000 तक का ट्रांजैक्शन करते हैं तो आपको पिन डालने की जरूरत नहीं है दो दो हजार के लगातार 5 ट्रांजैक्शन बिना पिन के होने पर कार्ड अपने आप लॉक कर दिया जाएगा तथा ₹2000 से ऊपर पेमेंट के लिए आपको पिन डालना अनिवार्य रहेगा आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं तथा अपने दोस्तों के साथ ही इस महत्वपूर्ण जानकारी को शेयर कर सकते हैं धन्यवाद

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