इतने दिनों से आप काम पे क्यों नहीं आयी ?? .... कलक्टर साब ने अपनी काम वाली बाई से पूछा ....
काम वाली ;- साब बेटा बीमार था ....
कलेक्टर साब ;- ओह्ह अब कैसा है ?? ....
काम वाली ;- साब अब वो इस दुनियां में नहीं रहा .... पैसों की तंगी की वजह से इलाज नहीं हो पाया ....
काम वाली की बात सुन के कलेक्टर साब का हृदय द्रवित हो जाता है ....
कलेक्टर साब का नाम था/है डॉ. समित शर्मा .... 2011-12 में चीत्तोड़गढ़ से पोस्टिंग हो के हमारे नागौर कलेक्टर लगे थे .... लेकिन चीत्तोड़गढ़ की जनता कलेक्टर साब के तबादले के विरुद्ध सड़कों पे उतर आयी थी .... आगजनी हिंसा पूरे जिले के बाजार बंद ....
कलेक्टर साब ने अब चार्ज सम्हाला हमारे नागौर जिले का .... रात को सामान्य ड्रेस में ऑटो पकड़ के कहीं निकल जाते पूरे शहर जिले का दौरा करते .... एक दिन नाईट ड्यूटी से लौटते 2 पुलिस वाले उस ऑटो में सवार हो गए जिसमें कलेक्टर साब भी सवार थे .... पुलिस वाले जब ऑटो वाले को बिना किराये दिए उतरे तो पूछताछ में पता चला नाईट ड्यूटी से लौटने वाले पुकिसकर्मी किराया नहीं देते मनमानी करते हैं .... बहरहाल कलेक्टर साब ने वर्दी पे लगी प्लेट पे दोनों पुलिस वालों के नाम ज़ेहन में नोट कर लिए थे और सुबह होते ही कलेक्ट्रेट बुला के हड़का दिया .... आर्डर जारी कर दिया आज के बाद कोई पुकिसकर्मी बिना किराया दिए यात्रा नहीं करेगा ....
पूरे जिले में जब मन थानों अस्पतालों स्कूलों तहसीलों पंचायत-समितियों सब महकमों का औचक निरीक्षण ....
सरकारी असप्तालें तो यूँ चमकने लगी जैसे कोई शॉपिंग-मॉल हो .... मेरे शहर की सरकारी अस्पताल जिले की दूसरी बड़ी अस्पताल है और भयंकर गंदी बदबूदार रहती थी .... आज अस्पताल की हालत ये है कि अंदर जाओ तो बाहर निकलने का मन नहीं करता .... मार्बल ग्रेनाइट एयर-कंडीशन फलाना ढिमकाना ....
जिले में ना केरोसिन वाला जुगाड़ चल सकता ना ओवर लोड ट्रक पास हो सकता ....
हर महकमे के सरकारी कर्मचारी से अधिकारी तक वर्दी पे नंबर प्लेट अनिवार्य .... 10 बजे की ड्यूटी है तो 9:45 पे हाजिरी चाहिए दफ्तर में .... संडे बाजार बंद .... पॉलिथीन बन्द ....
बहरहाल काम वाली बाई के बेटे की मृत्यु से दुखी कलेक्टर साब के मन मे एक योजना आती है और योजना का ड्राफ्ट बना के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजते हैं ....
सी.एम. गहलोत ड्राफ्ट पढ़ के चौंकते हुए कहते हैं .... शानदार जबरदस्त ज़िंदाबाद ....
योजना पे काम शुरू होता है .... और 2012-13 में राजस्थान देश का पहला राज्य बन जाता है जो अपने नागरिकों को मुफ्त दवाइयां देने लगा .... बाद में जांचे भी मुफ्त कर दी गयी .... पशुओं तक की दवाइयां जांचे मुफ्त .... जेनरिक दवाइयां ....
राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में अंदर अनेक दुकानें है बाहर जो टेबलेट 20 रुपये की मिलती अस्पताल के अंदर मात्र 2 रुपये की मिलती (जेनरिक) .... पीने की शीशी हो या ग्लूकोस की बोतल .... होर्लिक्स प्रोटीनेक्स .... ब्रांडेड दवाइयां तक बाहर की दुकानों से अस्पताल के अंदर सस्ती मिलती .... और रोगियों को तो जांचे दवाइयां सब मुफ्त है .... प्राइवेट में उन्हीं जांचों के सैंकड़ों रुपये लगते है ....
इस ऐतिहासिक योजना की ड्राफ्टिंग के लिए सबसे पहले तो हमारे कलेक्टर साब को महामहिम राष्ट्रपति भारत ने बुला के सम्मानित किया ....
आमिर खान ने अपने फेमस टेलीविजन शो सत्यमेव जयते में भी कलेक्टर साब डॉ. समित शर्मा को बुला के सम्मानित किया .... अनेकों न्यूज़ चैनल ने भी साब को सम्मानित किया इंटरव्यू लिए ....
लेकिन अच्छे अधिकारियों के दुश्मन बहुत होते हैं .... जिन बेईमानों की दाल नहीं गली उन्होंने जैक लगा के डी.एम. साब का तबादला करवा दिया ....
नतीजा ....
पूरा नागौर जिला साब के समर्थन में सड़कों पे उतर आया .... जिले का चक्का जाम कर दिया .... आगजनी टायर जलाना बाजार बंद ....
राजस्थान सरकार ने तबादले की लास्ट डेट से पहले समित साब को जयपुर बुला के प्रमोशन देते हुए राजस्थान चिकित्सा विभाग का मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया ताकि नागौर की जनता का जनाक्रोश कम हो ....
कल से लोग कह रहे हैं डी.एम. चंद्रकला एस.टी. जाती से है ....
मैं कहता हूं भ्रष्टाचार की कोई जाति धर्म मज़हब ही नहीं होता .... चोर केवल चोर होता है ....
देश के नये चुन के आने वाले युवा आई.ए.एस. और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को डॉ. समित शर्मा जैसे ईमानदार अफसरों से सीखना चाहिए कि कार्य के प्रति समर्पण त्याग और मेहनत क्या होती है ....
आजकल मालूम नहीं समित साब किस जिले या विभाग में है !!!! ....
By- ritesh prgyansh
काम वाली ;- साब बेटा बीमार था ....
कलेक्टर साब ;- ओह्ह अब कैसा है ?? ....
काम वाली ;- साब अब वो इस दुनियां में नहीं रहा .... पैसों की तंगी की वजह से इलाज नहीं हो पाया ....
काम वाली की बात सुन के कलेक्टर साब का हृदय द्रवित हो जाता है ....
कलेक्टर साब का नाम था/है डॉ. समित शर्मा .... 2011-12 में चीत्तोड़गढ़ से पोस्टिंग हो के हमारे नागौर कलेक्टर लगे थे .... लेकिन चीत्तोड़गढ़ की जनता कलेक्टर साब के तबादले के विरुद्ध सड़कों पे उतर आयी थी .... आगजनी हिंसा पूरे जिले के बाजार बंद ....
कलेक्टर साब ने अब चार्ज सम्हाला हमारे नागौर जिले का .... रात को सामान्य ड्रेस में ऑटो पकड़ के कहीं निकल जाते पूरे शहर जिले का दौरा करते .... एक दिन नाईट ड्यूटी से लौटते 2 पुलिस वाले उस ऑटो में सवार हो गए जिसमें कलेक्टर साब भी सवार थे .... पुलिस वाले जब ऑटो वाले को बिना किराये दिए उतरे तो पूछताछ में पता चला नाईट ड्यूटी से लौटने वाले पुकिसकर्मी किराया नहीं देते मनमानी करते हैं .... बहरहाल कलेक्टर साब ने वर्दी पे लगी प्लेट पे दोनों पुलिस वालों के नाम ज़ेहन में नोट कर लिए थे और सुबह होते ही कलेक्ट्रेट बुला के हड़का दिया .... आर्डर जारी कर दिया आज के बाद कोई पुकिसकर्मी बिना किराया दिए यात्रा नहीं करेगा ....
पूरे जिले में जब मन थानों अस्पतालों स्कूलों तहसीलों पंचायत-समितियों सब महकमों का औचक निरीक्षण ....
सरकारी असप्तालें तो यूँ चमकने लगी जैसे कोई शॉपिंग-मॉल हो .... मेरे शहर की सरकारी अस्पताल जिले की दूसरी बड़ी अस्पताल है और भयंकर गंदी बदबूदार रहती थी .... आज अस्पताल की हालत ये है कि अंदर जाओ तो बाहर निकलने का मन नहीं करता .... मार्बल ग्रेनाइट एयर-कंडीशन फलाना ढिमकाना ....
जिले में ना केरोसिन वाला जुगाड़ चल सकता ना ओवर लोड ट्रक पास हो सकता ....
हर महकमे के सरकारी कर्मचारी से अधिकारी तक वर्दी पे नंबर प्लेट अनिवार्य .... 10 बजे की ड्यूटी है तो 9:45 पे हाजिरी चाहिए दफ्तर में .... संडे बाजार बंद .... पॉलिथीन बन्द ....
बहरहाल काम वाली बाई के बेटे की मृत्यु से दुखी कलेक्टर साब के मन मे एक योजना आती है और योजना का ड्राफ्ट बना के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजते हैं ....
सी.एम. गहलोत ड्राफ्ट पढ़ के चौंकते हुए कहते हैं .... शानदार जबरदस्त ज़िंदाबाद ....
योजना पे काम शुरू होता है .... और 2012-13 में राजस्थान देश का पहला राज्य बन जाता है जो अपने नागरिकों को मुफ्त दवाइयां देने लगा .... बाद में जांचे भी मुफ्त कर दी गयी .... पशुओं तक की दवाइयां जांचे मुफ्त .... जेनरिक दवाइयां ....
राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में अंदर अनेक दुकानें है बाहर जो टेबलेट 20 रुपये की मिलती अस्पताल के अंदर मात्र 2 रुपये की मिलती (जेनरिक) .... पीने की शीशी हो या ग्लूकोस की बोतल .... होर्लिक्स प्रोटीनेक्स .... ब्रांडेड दवाइयां तक बाहर की दुकानों से अस्पताल के अंदर सस्ती मिलती .... और रोगियों को तो जांचे दवाइयां सब मुफ्त है .... प्राइवेट में उन्हीं जांचों के सैंकड़ों रुपये लगते है ....
इस ऐतिहासिक योजना की ड्राफ्टिंग के लिए सबसे पहले तो हमारे कलेक्टर साब को महामहिम राष्ट्रपति भारत ने बुला के सम्मानित किया ....
आमिर खान ने अपने फेमस टेलीविजन शो सत्यमेव जयते में भी कलेक्टर साब डॉ. समित शर्मा को बुला के सम्मानित किया .... अनेकों न्यूज़ चैनल ने भी साब को सम्मानित किया इंटरव्यू लिए ....
लेकिन अच्छे अधिकारियों के दुश्मन बहुत होते हैं .... जिन बेईमानों की दाल नहीं गली उन्होंने जैक लगा के डी.एम. साब का तबादला करवा दिया ....
नतीजा ....
पूरा नागौर जिला साब के समर्थन में सड़कों पे उतर आया .... जिले का चक्का जाम कर दिया .... आगजनी टायर जलाना बाजार बंद ....
राजस्थान सरकार ने तबादले की लास्ट डेट से पहले समित साब को जयपुर बुला के प्रमोशन देते हुए राजस्थान चिकित्सा विभाग का मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया ताकि नागौर की जनता का जनाक्रोश कम हो ....
कल से लोग कह रहे हैं डी.एम. चंद्रकला एस.टी. जाती से है ....
मैं कहता हूं भ्रष्टाचार की कोई जाति धर्म मज़हब ही नहीं होता .... चोर केवल चोर होता है ....
देश के नये चुन के आने वाले युवा आई.ए.एस. और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को डॉ. समित शर्मा जैसे ईमानदार अफसरों से सीखना चाहिए कि कार्य के प्रति समर्पण त्याग और मेहनत क्या होती है ....
आजकल मालूम नहीं समित साब किस जिले या विभाग में है !!!! ....
By- ritesh prgyansh




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